भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से ताल्लुक रखने वाले अनुज पाठक की कहानी उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो सीमाओं को पार कर सपनों को हकीकत में बदलना चाहते हैं। कभी अपनी हकलाने की समस्या से आत्मविश्वास खो चुके अनुज आज देश के जाने-माने एंकरों की सूची में शुमार हैं। 4000 से अधिक इवेंट्स होस्ट कर चुके अनुज ने बतौर होस्ट प्रधानमंत्री तक के कार्यक्रम से लेकर बॉलीवुड कॉन्सर्ट्स, ब्रांड्स के कॉर्पोरेट शोज़ और यहां तक कि अंतिम संस्कार सभाओं तक को अपने शब्दों और मंचीय कला से संवारा है।
अनुज बताते हैं कि उनका इस फील्ड में आना एक ‘मैजिकल एक्सीडेंट’ जैसा था। एक इंजीनियर पिता की अपेक्षाओं के बीच पले-बढ़े अनुज के लिए एंकरिंग न कोई प्लान थी और न ही समाजिक स्वीकृति। लेकिन जब स्कूल के दिनों की झिझक और बोलने में रुकावटों से जूझते हुए उन्होंने माइक थामा, तो वही माइक उनकी पहचान, उनका आत्मविश्वास और उनका करियर बन गया। कॉलेज फेस्टिवल्स से शुरू हुई यह यात्रा रेडियो की जॉब, स्टेज शोज़, फिर नेशनल लेवल कॉन्सर्ट्स और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स तक पहुँची।
आज जब अनुज अपने सफर को पीछे मुड़कर देखते हैं, तो उन्हें हर स्टेज, हर इवेंट और हर तालियों की गूंज अपनी मेहनत का प्रमाण लगती है। “मैं वो एंकर हूँ,” वे गर्व से कहते हैं, “जो एक इंसान के जन्म से लेकर उसकी विदाई तक, ज़िंदगी के हर पड़ाव पर साथ खड़ा रहा है।” उनकी खास टैगलाइन – “जन्म से विदाई तक, हर पल के लिए एक एंकर” – उनके काम की गहराई और विविधता को पूरी तरह बयां करती है।





