भोपाल की रहने वाली और ‘आवर्णा – द डिजाइनर ब्रांड’ की संस्थापिका नंदिता संतोष नायर ने एक प्रेरणादायक सफर तय किया है, जिसने साबित किया कि जुनून और लगन के साथ कोई भी सपना हकीकत बन सकता है। एक समय था जब उनका रुझान इंजीनियरिंग से मोड़कर फैशन की ओर हुआ, पर पारंपरिक सोच और पारिवारिक दबावों के चलते उन्हें अपने सपनों को टालना पड़ा। फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और पढ़ाई में उत्कृष्ट रहते हुए मैनेजमेंट और फाइनेंस में उच्च शिक्षा प्राप्त की।
फिनिशिंग स्कूल से निफ्ट तक, हर मोड़ पर मिला जीवनसाथी का साथ
नंदिता की कहानी सिर्फ फैशन की नहीं, आत्मविश्वास और पारिवारिक समर्थन की भी है। मुंबई में पति के साथ रहने के दौरान जब उनके पास समय था, तभी उन्होंने फिनिशिंग स्कूल से अपने आत्म-विकास की शुरुआत की। वहीं से उन्हें फिर से खुद को खोजने का अवसर मिला और आगे चलकर निफ्ट, भोपाल में उन्होंने फैशन डिज़ाइन से जुड़ा सर्टिफिकेट कोर्स किया। ज़री-जरदोज़ी जैसे पारंपरिक कारीगरी में दक्षता हासिल कर उन्होंने अपने भीतर के डिज़ाइनर को दोबारा जगाया।
‘आवर्णा’ बना व्यक्तित्व और कला का संगम
‘आवर्णा’ नंदिता का सिर्फ ब्रांड नहीं, बल्कि उनका सपना है जो हर उस महिला को सशक्त करता है जो स्टाइल, आत्मविश्वास और अपनी विशिष्टता के साथ खड़ी होना चाहती है। उनका ब्रांड पूरी तरह से कस्टमाइज़ेशन आधारित है – हर क्लाइंट की बॉडी टाइप, स्किन टोन और पर्सनैलिटी के अनुसार तैयार की गई डिज़ाइन्स। एक ग्रूमिंग एक्सपर्ट और स्टाइलिस्ट होने के नाते, वे सिर्फ कपड़े नहीं बनातीं, बल्कि एक सम्पूर्ण लुक देती हैं जो हर मौके पर क्लाइंट को सबसे अलग बनाता है।





