भोपाल, मध्य प्रदेश के उभरते उद्यमी नागेश रायकवार ने अपने स्टार्टअप शिवाना फैक्ट्री आउटलेट की नींव बिना किसी ठोस योजना के रखी थी, लेकिन आज यह युवाओं के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। मिडिल क्लास परिवार से ताल्लुक रखने वाले नागेश ने पहले नौकरी की राह पकड़ी थी—उज्जैन, पुणे जैसे शहरों में कई जगह कोशिशें कीं। लेकिन जीवन की अनिश्चितताओं और स्वास्थ्य समस्याओं के चलते उनका करियर स्थिर नहीं रहा। कोविड के दौरान जब समय और सोचने की गुंजाइश मिली, तो उन्होंने बिज़नेस में हाथ आजमाने का निर्णय लिया।
“जिसे करना नहीं सोचा था, वही आज पहचान बन गया”, ऐसा खुद नागेश मानते हैं। उन्होंने बताया कि शुरुआत में स्पष्ट दिशा नहीं थी, लेकिन जैसे-जैसे वे रिसर्च करते गए, उन्हें कपड़ों के बिज़नेस में संभावनाएं नजर आईं। यूट्यूब और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स से उन्हें दिशा मिली, वेंडर्स से कनेक्शन बने और शिवाना फैक्ट्री आउटलेट की नींव रखी गई। यह स्टार्टअप खासतौर पर वेस्टर्न वियर—जैसे वन पीस, टॉप्स, शॉर्ट्स, कोर्ट और ड्रेस—में विशेषज्ञता रखता है और आज की यंग जेनरेशन को ध्यान में रखते हुए कलेक्शन डिजाइन करता है।
भोपाल, जो पहले फैशन के मामले में इंदौर के पीछे माना जाता था, अब तेजी से वेस्टर्न कल्चर को अपना रहा है। नागेश का मानना है कि यह एक सही समय है इस सेगमेंट में उतरने का। हालांकि, उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि चुनौतियां कम नहीं हैं—कस्टमर इंगेजमेंट, ब्रांडिंग, और मार्केटिंग जैसे पहलू रोज़मर्रा की चुनौतियों में शामिल हैं। फिर भी, उनका सपना है कि एक दिन उनका छोटा सा रेंट पर चल रहा आउटलेट एक स्थायी और बड़े पैमाने पर पहचाना जाने वाला ब्रांड बने। नागेश कहते हैं, “अगली बार जब मिलूं, तो एक नई पहचान के साथ मिलूं—ताकि लोग जानें, पहचानें कि शिवाना कौन है।”





