दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर भाजपा और सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के बीच पोस्टर वार छिड़ गई है। भाजपा जहां अपने पोस्टर में ‘आप’ के घोटालों को उजागर करने में जुटी है, वहीं ‘आप’ ने भी ‘पुष्पा’ स्टाइल में भाजपा पर पलटवार कर घेरना शुरू कर दिया है।
जानकारी के अनुसार भाजपा ने शनिवार को एक पोस्टर जारी कर ‘आप’ सरकार के कथित घोटालों का जिक्र किया है। पोस्टर में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के फोटो भी लगाया गया है। इसके कैप्शन में ‘केजरीवाल के घोटालों का मकड़जाल’ के साथ शराब, मोहल्ला क्लीनिक, हवाला, सिक्योरिटी, राशन, पैनिक बटन, शीशमहल, दवाई, दिल्ली जल बोर्ड, क्लासरूम और सीसीटीवी घोटालों को दर्शाया गया है।
वहीं, इसके जवाब में आम आदमी पार्टी ने भी अपने पोस्टरों में दिल्ली की कानून व्यवस्था को लेकर केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है। वहीं एक अन्य पोस्टर में ‘आप’ ने अरविंद केजरीवाल के हाथ झाड़ू दिखाते हुए ‘पुष्पा’ स्टाइल में ‘फिर आ रहा है केजरीवाल’ कहते हुए भाजपा पर पलटवार किया है। इस फोटो के कैप्शन में ‘केजरीवाल झुकेगा नहीं’, केजरीवाल 4 टर्म कमिंग सून लिखा गया है।
इससे पहले कल दिल्ली भाजपा ने विधानसभा चुनाव के लिए ‘अब नहीं सहेंगे, बदल कर रहेंगे’ वाला नारा जारी किया था। भाजपा नेताओं ने इस अवसर पर कहा कि दिल्ली के लोग अब बहुत कुछ सह चुके हैं और अब वे गंदे पानी की आपूर्ति, क्षतिग्रस्त सड़कों, महंगी बिजली और उच्च स्तर के प्रदूषण से राहत पाने के लिए आप को सत्ता से हटाना चाहते हैं।
भाजपा के नारे पर केजरीवाल ने कसा तंज
इसके बाद भाजपा के नारे पर व्यंग्यात्मक टिप्पणी करते हुए ‘आप’ प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि विपक्षी पार्टी का ‘बदल के रहेंगे’ नारा दर्शाता है कि वह दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा किए गए सभी कार्यों को रोकना चाहती है।
केजरीवाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘उन्होंने आज आधिकारिक तौर पर घोषणा की है कि वे सब कुछ बदल देंगे। इसका मतलब है कि 24 घंटे बिजली आपूर्ति बंद हो जाएगी और हजारों रुपये के बिल के साथ लंबी बिजली कटौती होगी, महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा बंद हो जाएगी, सभी स्कूल बर्बाद हो जाएंगे, मोहल्ला क्लीनिक बंद हो जाएंगे और मुफ्त दवाइयां और इलाज भी बंद हो जाएगा।’’
उन्होंने लोगों से संभलकर मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए कहा, क्योंकि भाजपा ने अपनी मंशा जाहिर कर दी है।
गौरतलब है कि दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए फरवरी 2025 में चुनाव होने हैं। भाजपा दिल्ली में 1998 से सत्ता से बाहर है। वर्ष 2015 से दिल्ली में आम आदमी पार्टी अपने दम पर सत्ता में काबिज है। भाजपा को वर्ष 2015 में 3 और 2020 में महज 8 सीटों पर संतोष करना पड़ा था।