नई दिल्ली। दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (आप) ने 70 में से 31 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। पार्टी ने सोमवार को 20 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की जिसमें 15 मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए गए हैं। दोनों सूची में अब तक कुल 18 ऐसे विधायक हैं जिनकी जगह इस बार किसी नए चेहरे को उतारा गया है। पार्टी ने जहां दिलीप पांडेय जैसे विधायक का भी टिकट काटने में संकोच नहीं किया, जो आंदोलन के दौर से ही अरविंद केजरीवाल की टीम के अहम सदस्य माने जाते हैं तो दूसरी तरफ अपने सबसे अमीर विधायक से भी सीट छीन ली है।
2020 में ‘आप’ के जिन 62 विधायकों की जीत हुई उनमें सबसे अमीर थे धर्मपाल लाकड़ा। मुंडका सीट से पिछले चुनाव में जीते लाकड़ा को पार्टी ने इस बार टिकट नहीं दिया है। इस सीट से अब जसबीर कराला को टिकट दिया है जो लाकड़ा की तरह ही कभी कांग्रेस के नेता थे। कराला अभी रानी खेड़ा से पार्षद हैं और अब पार्टी ने उन्हें विधायकी लड़ने का मौका दिया है।
2020 में मुंडका से जीत दर्ज करने वाले धर्मपाल लाकड़ा एक कारोबारी हैं। तब चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में लाकड़ा ने अपनी संपत्ति करीब 292 करोड़ रुपए घोषित की थी। धर्मपाल के पास कृषि भूमि भी बहुत है और वह खुद को किसान भी कहते हैं। वह फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के सदस्य रहे हैं। 2014 में वह कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। हालांकि, 2015 में पार्टी ने उन्हें चुनाव नहीं लड़ाया। लेकिन 2020 में पुराने विधायक को हटाकर लाकड़ा को टिकट दिया गया था। उन्होंने भाजपा के आजाद सिंह को 19 हजार से अधिक वोटों से हराया था।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल राय ने सोमवार को 20 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान करते हुए कहा कि पार्टी ने जनता से मिले फीडबैक और सर्वे के आधार पर टिकटों का वितरण किया है। पार्टी इससे पहले भी साफ कर चुकी है कि जीत की संभावना को देखते हुए टिकट दिए जाएंगे। खुद पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि नेता-कार्यकर्ता यह ना देखें कि किसको टिकट मिला और किसको नहीं।