नई दिल्ली। शिक्षा की दुनिया में एक नया नाम तेजी से उभर कर सामने आया है — हर्षल जैन। भोपाल के इस युवा उद्यमी ने कोविड-काल के दौरान एक डिजिटल एजुकेशन प्लेटफॉर्म “10Q चैलेंज” की शुरुआत की, जो आज जेईई और बिटसैट जैसे कॉम्पिटिटिव एग्ज़ाम्स की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए एक भरोसेमंद नाम बन चुका है। खुद BITS Pilani से ग्रैजुएट हर्षल का लक्ष्य है – छात्रों को सिर्फ कोचिंग नहीं, बल्कि सही दिशा और डिजिटल संसाधनों के साथ संपूर्ण गाइडेंस देना।
कोविड-19 के समय जब पूरा देश ठहर सा गया था, उस दौरान हर्षल जैन ने इसे एक अवसर की तरह देखा। पिलानी से भोपाल लौटने पर उन्होंने महसूस किया कि छोटे शहरों के छात्रों को प्रमुख संस्थानों और परीक्षाओं के बारे में सही जानकारी नहीं मिलती। इसी सोच के साथ उन्होंने यूट्यूब पर वीडियो बनाना शुरू किया, जिसमें न केवल एग्ज़ाम गाइडेंस थी बल्कि BITS Pilani जैसे कॉलेज की इनसाइड जानकारी भी। धीरे-धीरे छात्रों की रुचि बढ़ी, और हर्षल की शॉर्ट-ट्रिक बेस्ड मैथ्स टीचिंग स्टाइल ने छात्रों के बीच खास पहचान बना ली।
हर्षल के इस सफर में उनके भाई ओजल जैन ने भी अहम भूमिका निभाई। MBA ग्रैजुएट ओजल ने इस वेंचर में मैनेजमेंट और ऑपरेशनल सपोर्ट देकर इसे प्रोफेशनल टच दिया। आज “10Q चैलेंज” न केवल यूट्यूब चैनल पर 2 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स के साथ मौजूद है, बल्कि लगभग 20,000 छात्रों को पेड कोर्स और मॉक टेस्ट जैसी सुविधाएं भी दे चुका है। हर्षल का सपना है कि वे आने वाले समय में इस डिजिटल एजुकेशन को ऑफलाइन इंस्टीट्यूट तक ले जाएं और मेडिकल फील्ड के लिए भी गाइडेंस प्लेटफॉर्म शुरू करें, जिससे मध्य प्रदेश के छात्रों को अपने राज्य में ही बेहतरीन शिक्षा मिल सके।





