मानवाधिकार कार्यकर्ता शबनम खान अपने बयानों को लेकर पहले से चर्चा में रही हैं। अब वह दिल्ली से अयोध्या के लिए पैदल यात्रा पर निकल पड़ी हैं। उनका कहना है कि सपने में प्रभु राम आए थे, कहने लगे कि पैदल अयोध्या चली आओ। बस बोरिया विस्तर बांधकर निकल पड़ी। अब तो अयोध्या पहुंचकर ही चैन मिलेगा। हाथ में भगवा ध्वज और जुबां पर जयश्री राम का जयघोष करते हुए शबनम खान सोमवार को जिले में कस्बा नाधा पहुंचीं। यहां हिंदुवादी संगठनों के लोगों ने उनका स्वागत किया। उन्होंने बताया कि सपने में प्रभु श्रीराम आए थे, उन्होंने कहा कि जब मंदिर नहीं बना था तब आप लड़ती थीं। अब मंदिर बन गया है पैदल अयोध्या चली आओ। इसके बाद बोरिया विस्तर बांधकर अयोध्या के लिए पैदल निकल पड़ी।
कुछ लोगों के अयोध्या जाने वालों को ट्रेन में न जाने के लिए भड़काने के सवाल पर कहा कि कोई किसी को भड़का नहीं सकता, जब तक कि हम खुद गुमराह न हों। राजनीति के चलते अब तक मुसलमानों को डराया जाता रहा है। भारत के मुसलमानों का बाबर से क्या लेना-देना। मुंबई से अयोध्या यात्रा पर आ रहीं शबनम शेख को मिल रही धमकियों के बारे में उन्होंने कहा कि वह शबनम शेख के साथ हैं। उन्हें बताएं कि धमकी कौन दे रहा है। कहा कि अल्लाह का इस्लाम मानिए, मुल्लाओं की बात मत सुनिए। उन्होंने कहा कि राम नाम की चाबी हमेशा कांग्रेस के पास रही, लेकिन कांग्रेस ने मंदिर बनवाने के लिए कुछ नहीं किया।
शाम को वह उझानी पहुंचीं, यहां भी हिंदुवादी संगठनों ने उनका स्वागत किया। रात में उझानी कस्बे में विश्राम किया। मंगलवार को आगे की यात्रा पर निकलीं।