मोदी सरकार ने बिना विज़न के बिताए 10 साल, युवा, किसान और महिलाओं से लेकर हर वर्ग बेहाल
नई दिल्ली। 2014 में देश की युवाओं को 2 करोड़ प्रति वर्ष रोजगार देने और अच्छे दिन का सपना दिखाकर सत्ता में आने वाली भाजपा सरकार को यहां 10 साल बाद सोचना चाहिए कि इस देश की युवाओं को इन 10 सालों में 20 करोड़ रोजगार तो नहीं मिले बल्कि जो रोजगार था वह भी छिन गया। देश में पिछले 45 सालों में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज है जो देश के युवाओं को पलायन के लिए मजबूर कर रहा है। क्योंकि इस देश में नौकरी के लिए हाहाकार है। यह कहना है भारतीय युवा कांग्रेस की महासचिव और छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी डॉ पलक वर्मा का।
उन्होंने कहा कि आज देश का युवा सबसे ज्यादा समय मोबाइल पर बिता रहा है क्योंकि उसके पास रोजगार नहीं है। उन्होंने बेरोजगारी के लिए निजीकरण को भी एक प्रमुख मुद्दा बताया, उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने बिना सोचे समझे देश को निजीकरण की तरफ धकेल दिया जिसके कारण जो रोजगार थे देश के युवाओं के पास वह भी छिन गए। अब देश का युवा पकोड़े भी नहीं तल सकता क्योंकि इस महंगाई ने यह रोजगार भी देश के युवाओं से छीन लिया, आज खाद्य तेल और खाद्य पदार्थों के दाम भी आसमान छू रहे हैं।
डॉ पलक ने नोटबंदी का उदाहरण देते हुए बताया कि विशेषज्ञ भी मान चुके हैं कि नोटबंदी हमारे देश में पूरी तरह विफल रही नोटबंदी के कारण पूरा देश बैंकों की लाइन में लगा पर उसका जो नतीजा था वह शून्य रहा जीएसटी के बाद व्यापारियों को व्यापार करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है सरकार को इसकी बजाय देश में लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सोचना चाहिए था किसी भी देश में स्मॉल स्केल इंडस्ट्री का देश के विकास में बड़ा योगदान होता है और इससे देश के युवाओं को भी भरपूर रोजगार मिल सकता था
भारत न्याय यात्रा का जिक्र करते हुए डॉ पलक ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा की अभूतपूर्व सफलता के बाद अब 14 जनवरी से भारत न्याय यात्रा राहुल गांधी के द्वारा निकाली जा रही है जिसका उद्देश्य पब्लिक से कनेक्ट होना है। यह न्याय यात्रा देश के युवाओं की, किसानों, महिलाओं, गांव और गरीब की आवाज को बुलंद करेगी।